UCC लागू होने से पहले उत्तराखंड में शादियों और लिव-इन रजिस्ट्रेशन की होड़, आखिर क्यों?
UCC लागू होने से पहले उत्तराखंड में शादियों और लिव-इन रजिस्ट्रेशन की होड़, आखिर क्यों?
उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) के लागू होने की उलटी गिनती शुरू हो गई है और इसके साथ ही राज्य में शादी और लिव-इन रजिस्ट्रेशन को लेकर अचानक हड़बड़ी मच गई है। 27 जुलाई की कट-ऑफ डेट से पहले बड़ी संख्या में लोग शादियों और लिव-इन रिलेशनशिप को वैध कराने के लिए आगे आ रहे हैं।
आंकड़ों के मुताबिक, अब तक करीब 2 लाख शादियों के रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं जबकि 90 से ज्यादा लिव-इन रिलेशनशिप के आवेदन दर्ज किए गए हैं। यह रफ्तार सामान्य दिनों के मुकाबले कई गुना ज्यादा है।
UCC लागू होने के बाद लिव-इन रिलेशनशिप की अनिवार्य रजिस्ट्री और विवाह संबंधी कड़े प्रावधान लागू हो जाएंगे। लोग पुराने रिश्तों को वैध कराने और भविष्य में कानूनी दिक्कतों से बचने के लिए तेजी से रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं।
सरकार का कहना है कि नए कानून से पारदर्शिता और सामाजिक जवाबदेही बढ़ेगी। वहीं, लोगों में इसे लेकर जागरूकता और चिंता दोनों देखी जा रही हैं। आने वाले दिनों में रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा और बढ़ने की संभावना है।