देश के बंदरगाहों की क्षमता दोगुनी हुई, पीएम मोदी ने विझिंजम में अपने भाषण में 10 मुख्य बातें कहीं।

Updated on 2025-05-02T14:48:53+05:30

देश के बंदरगाहों की क्षमता दोगुनी हुई, पीएम मोदी ने विझिंजम में अपने भाषण में 10 मुख्य बातें कहीं।

देश के बंदरगाहों की क्षमता दोगुनी हुई, पीएम मोदी ने विझिंजम में अपने भाषण में 10 मुख्य बातें कहीं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केरल में विझिंजम इंटरनेशनल डीपवाटर मल्टीपर्पज पोर्ट का उद्घाटन किया, जिसका निर्माण करीब 8,867 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है। यह देश का पहला समर्पित कंटेनर ट्रांसशिपमेंट पोर्ट है और भारत में सबसे बड़ा गहरा पानी वाला बंदरगाह है। पीएम मोदी ने कहा कि अब तक भारत का 75% ट्रांसशिपमेंट विदेशों के पोर्ट्स से होता था, जिससे देश को राजस्व का नुकसान हो रहा था। अब, यह बंदरगाह भारत के लिए नए आर्थिक अवसर लेकर आएगा और देश का पैसा देश के काम में आएगा।

प्रधानमंत्री ने भाषण में कहा कि विझिंजम पोर्ट की क्षमता आने वाले समय में तीन गुना बढ़ जाएगी, और यहां दुनिया के बड़े जहाज भी आसानी से आ सकेंगे। उन्होंने भारत की समृद्धि और केरल के योगदान का भी जिक्र किया, जब भारत का हिस्सा दुनिया के GDP में बड़ा हुआ करता था।

प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले एक दशक में भारत में बुनियादी ढांचे में भारी सुधार हुआ है, जैसे राजमार्ग, रेलवे, हवाई अड्डे, और केरल में वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत। इस दौरान बंदरगाहों की क्षमता दोगुनी हुई है और जलमार्गों का विस्तार आठ गुना बढ़ा है। भारत अब दुनिया के 20 सबसे बड़े जहाज निर्माता देशों में शामिल है और लॉजिस्टिक्स परफॉरमेंस इंडेक्स में सुधार हुआ है।

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि नाविकों की संख्या 1.25 लाख से बढ़कर 3.25 लाख हो गई है, और सागरमाला परियोजना के तहत बंदरगाहों का आधुनिकीकरण किया गया है। उन्होंने पारदर्शिता और व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार की जरूरत पर बल दिया।

प्रधानमंत्री ने केरल की धार्मिक सहिष्णुता की सराहना की और हाल ही में हुए पोप फ्रांसिस के निधन पर संवेदना व्यक्त की। इस अवसर पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री, गौतम अदाणी, और शशि थरूर भी मौजूद थे।