Daily Waking: सुबह 3 से 5 बजे नींद खुलना क्या बताता है?

Updated on 2025-10-30T11:45:05+05:30

Daily Waking: सुबह 3 से 5 बजे नींद खुलना क्या बताता है?

Daily Waking: सुबह 3 से 5 बजे नींद खुलना क्या बताता है?

Is waking up at 3 am normal: कई बार अलार्म से पहले ही नींद खुल जाती है — न कोई आवाज, न कोई हलचल, बस बेचैनी महसूस होती है. अगर आप रोजाना 3 से 5 बजे के बीच उठ जाते हैं और वजह समझ नहीं आती, तो हो सकता है कि आपका शरीर आपको कोई संकेत दे रहा हो. आइए जानते हैं कैसे.

बॉडी क्लॉक कैसे काम करती है?

रात को हर दिन एक ही समय पर जागना कोई संयोग नहीं होता. हमारे शरीर में एक 24 घंटे की जैविक घड़ी होती है जिसे सर्कैडियन रिदम कहते हैं. यह हमारे सोने-जागने, हार्मोन और तापमान को नियंत्रित करती है. सुबह 2 से 5 बजे के बीच शरीर का यह सिस्टम बहुत संवेदनशील होता है. इस समय कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है ताकि आप सूरज उगने पर खुद जाग जाएं. लेकिन अगर तनाव ज्यादा हो, तो यह प्रक्रिया आपको अचानक नींद से जगा देती है.

तनाव से नींद पर असर

ज्यादा तनाव आपकी नींद की लय बिगाड़ देता है. शरीर रिलैक्स होने की बजाय हर समय अलर्ट रहता है, जिससे नींद बार-बार टूट जाती है. खासकर REM नींद (जिसमें सपने आते हैं) के दौरान ऐसा होता है. यही कारण है कि तनावग्रस्त लोग अक्सर सुबह-सुबह जाग जाते हैं और उन्हें सपने भी याद रहते हैं.

3 से 5 बजे के बीच जागना क्या बताता है?

अगर आपकी नींद रोज इसी समय खुलती है, तो यह आपकी प्राकृतिक नींद-जागने की घड़ी यानी क्रोनोटाइप का संकेत हो सकता है. कुछ लोग जल्दी उठने वाले होते हैं, तो कुछ देर रात तक जागना पसंद करते हैं. लेकिन आज की लाइफस्टाइल इस प्राकृतिक घड़ी से मेल नहीं खाती, जिससे "सोशल जेट लैग" जैसी समस्या होती है. खासकर जो लोग रात में एक्टिव रहते हैं, उनके लिए सुबह जल्दी उठना तनाव और थकान का कारण बन सकता है.

कैसे करें सुधार?

  • अपनी नींद का पैटर्न नोट करें.
  • रात में मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल कम करें.
  • कैफीन और शराब से बचें.
  • तनाव को दिनभर में ही कम करें, जैसे टहलना या मेडिटेशन करना.
  • अपनी दिनचर्या अपने सोने-जागने के टाइम के हिसाब से एडजस्ट करें.