भारत ने दो साल पुराने जख्म पर कैसे लगाई जीत की मरहम

Updated on 2025-11-03T18:05:22+05:30

भारत ने दो साल पुराने जख्म पर कैसे लगाई जीत की मरहम

भारत ने दो साल पुराने जख्म पर कैसे लगाई जीत की मरहम

19 नवंबर 2022  वो तारीख जो भारतीय क्रिकेट के लिए एक दर्दनाक याद बन गई थी। महिला टीम फाइनल में पहुंचकर बस एक कदम दूर रह गई थी, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया। आंखों में आंसू और दिल में अधूरा सपना रह गया। लेकिन वक्त ने करवट ली, और ठीक दो साल बाद, 2 नवंबर ने वही कहानी पलट दी ,इस बार भारत ने जीत की इबारत खुद लिखी।

आईसीसी महिला वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में टीम इंडिया ने दमदार खेल दिखाते हुए ट्रॉफी अपने नाम कर ली। पूरे टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन शानदार रहा , हर मैच में टीम का जोश और एकजुटता देखने लायक थी। इस जीत ने न सिर्फ हार का बदला लिया, बल्कि उस अधूरी कहानी को भी मुकम्मल कर दिया, जो दो साल पहले अधर में रह गई थी।

फाइनल मैच में भारतीय कप्तान की रणनीति और खिलाड़ियों का आत्मविश्वास कमाल का था। आखिरी ओवर तक चले मुकाबले में जब जीत का रन बना, तो पूरे देश में जश्न का माहौल छा गया। सोशल मीडिया पर ‘2 नवंबर’ को लोग ‘नया 19 नवंबर’ कहकर मनाने लगे — लेकिन इस बार आंसू खुशी के थे।

खेल विशेषज्ञों का मानना है कि इस जीत ने भारतीय महिला क्रिकेट को एक नए युग में पहुंचा दिया है। यह सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि उस मेहनत और जुनून की पहचान है, जो सालों से टीम की पहचान रही है।

भारत की इन शेरनियों ने साबित कर दिया कि हार चाहे जितनी बड़ी क्यों न हो, अगर हौसला बरकरार रहे तो वक्त एक दिन वही कहानी फिर से लिखता है , इस बार जीत के साथ।