Kamika Ekadashi 2025: सावन की पहली एकादशी है शुभ, इन मंत्रों के जाप से दूर होंगे सारे कष्ट

Updated on 2025-07-19T11:45:31+05:30

Kamika Ekadashi 2025: सावन की पहली एकादशी है शुभ, इन मंत्रों के जाप से दूर होंगे सारे कष्ट

Kamika Ekadashi 2025: सावन की पहली एकादशी है शुभ, इन मंत्रों के जाप से दूर होंगे सारे कष्ट

सावन की पहली एकादशी का व्रत इस साल 21 जुलाई 2025 को रखा जाएगा। इसी दिन सावन का दूसरा सोमवार भी है, जिससे यह दिन और भी शुभ बन जाता है। इस खास संयोग को ‘हरिहर योग’ कहा जाता है, क्योंकि इसमें शिव और विष्णु दोनों की पूजा का अवसर मिलता है।

कामिका एकादशी का धार्मिक महत्व काफी खास होता है। यह चातुर्मास में आने वाली श्रावण महीने की पहली एकादशी होती है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस व्रत से सभी पाप खत्म हो जाते हैं, जीवन में सुख-शांति आती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

इस दिन व्रत रखने के साथ-साथ कुछ खास मंत्रों का जाप करना भी बहुत लाभकारी माना जाता है। इससे भगवान विष्णु की कृपा मिलती है और जीवन के कष्ट दूर होते हैं।

कामिका एकादशी पर बोले जाने वाले खास मंत्र:

भगवान विष्णु मंत्र:

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय

ॐ विष्णवे नमः

लक्ष्मीनारायण मंत्र:

ॐ श्रीं श्री लक्ष्मी-नारायणाभ्यां नमः

विष्णु बीज मंत्र:

ॐ बृं

विष्णु गायत्री मंत्र:

ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णुः प्रचोदयात

विष्णु स्तुति मंत्र:

शांताकारं भुजगशयनं, पद्मनाभं सुरेशं,

विश्वाधारं गगनसदृशं, मेघवर्णं शुभाङ्गम्।

लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं, योगिभिर्ध्यानगम्यम्,

वन्दे विष्णुं भवभयहरं, सर्वलोकैकनाथम्।।

मंत्र जाप की आसान विधि:

सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनें। भगवान विष्णु की पूजा करें और दीपक जलाएं। फिर पूजा स्थान पर बैठकर मन शांत करके इन मंत्रों का जाप करें। इससे मनोकामनाएं पूरी होंगी और शुभ फल मिलेगा।