हर उम्र में कितनी कसरत जरूरी लगती है सच जानें…
हर उम्र में कितनी कसरत जरूरी लगती है सच जानें…
हम सभी जानते हैं कि फिट रहना जरूरी है, लेकिन कितनी उम्र में कितनी एक्सरसाइज करनी चाहिए, ये बात अक्सर साफ नहीं होती। WHO की गाइडलाइन इस विषय पर एक स्पष्ट दिशा देती है, ताकि हर आयु वर्ग अपनी सेहत को सही ढंग से संतुलित कर सके।
WHO का मानना है कि 5 साल से ऊपर हर इंसान को किसी ना किसी रूप में नियमित गतिविधि करनी ही चाहिए। बच्चों में यह एक्टिविटी खेल-कूद के रूप में हो सकती है, जबकि युवाओं और बड़ों में वर्कआउट, वॉक, रनिंग या कोई भी फिजिकल मूवमेंट। 5 से 17 वर्ष के बच्चों और किशोरों के लिए रोजाना लगभग एक घंटे की मॉडरेट से लेकर विगरस गतिविधि जरूरी मानी गई है। इसमें साइकलिंग, स्विमिंग, खेल या दौड़ जैसी चीजें शामिल हैं। उनका शरीर तेजी से विकसित होता है और एक्टिविटी से हड्डियों व मांसपेशियों दोनों को मजबूती मिलती है।
18 से 64 वर्ष की उम्र वाले वयस्कों के लिए WHO सप्ताह में लगभग 150 से 300 मिनट तक की मॉडरेट एक्सरसाइज या 75 से 150 मिनट विगरस एक्सरसाइज की सलाह देता है। यह समय चाहे तो डेली वॉक, जॉगिंग, योग, जिम या किसी स्पोर्ट में बाँटा जा सकता है। इसके साथ ही हफ्ते में कम से कम दो दिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग भी जरूरी है, ताकि मांसपेशियों की ताकत बनी रहे और हार्ट की हेल्थ बेहतर हो। लंबे समय तक बैठे रहने वाली लाइफस्टाइल वाले लोगों को यह मात्रा और भी जरूरी होती है।
65 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी गाइडलाइन लगभग वही है, लेकिन इसमें बैलेंस और मोबलिटी एक्सरसाइज जोड़ दी जाती हैं। उम्र बढ़ने के साथ गिरने का खतरा बढ़ता है, इसलिए WHO हफ्ते में तीन दिन बैलेंस-ट्रेनिंग की सलाह देता है। इसके साथ हल्की वॉक, स्ट्रेचिंग, योग और माइंड-बॉडी एक्सरसाइज उन्हें बेहद फायदा पहुंचाती है। अगर किसी को हेल्थ इश्यू हो तो समय और तीव्रता डॉक्टर की सलाह के अनुसार तय की जानी चाहिए।
कुल मिलाकर बात सरल है, एक्सरसाइज उम्र के हिसाब से बदलती है, लेकिन जरूरत हर किसी को होती है। जितनी सक्रियता, उतनी लंबी उम्र, बेहतर इम्युनिटी और बेहतर मानसिक सेहत। WHO की यह गाइडलाइन याद दिलाती है कि फिटनेस कोई लक्ष्य नहीं, एक लाइफस्टाइल है जिसे हर उम्र में अपनाना जरूरी है।