पहलगाम आतंकी हमले में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ साबित, NIA ने पाकिस्तानी नागरिकों की संलिप्तता की पुष्टि की
पहलगाम आतंकी हमले में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ साबित, NIA ने पाकिस्तानी नागरिकों की संलिप्तता की पुष्टि की
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पुष्टि की है कि इस हमले में शामिल तीनों आतंकी पाकिस्तान के नागरिक थे और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए थे।
जांच के दौरान स्थानीय दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन पर आतंकियों को हमले से दो दिन पहले एक मौसमी झोपड़ी में पनाह देने, खाना और अन्य सहयोग देने का आरोप है। यह झोपड़ी पहलगाम क्षेत्र में स्थित थी, जहां आतंकियों ने हमले की योजना बनाई थी।
सूत्रों के अनुसार, हमले के बाद पुलिस द्वारा जारी किए गए स्केच गलत थे। वे एक मारे गए आतंकी के मोबाइल में पाए गए फोटो के आधार पर बनाए गए थे, जो अब असली हमलावरों से संबंधित नहीं माने जा रहे हैं।
पहचान किए गए एक आतंकी की संदिग्ध पहचान सुलेमान शाह के रूप में हुई है, जो 2023 में ज़-मोर्घ टनल हत्याकांड में भी शामिल बताया गया था। अब जांच एजेंसियां पिछले हमलों की भी नए सिरे से समीक्षा कर रही हैं ताकि इन घटनाओं के बीच के लिंक को स्पष्ट कर ठोस सबूत तैयार किए जा सकें।
NIA की इस पुष्टि के बाद एक बार फिर यह साफ हो गया है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन भारत में अशांति फैलाने के इरादे से लगातार सीमा पार से घुसपैठ और हमलों को अंजाम दे रहे हैं।