प्रधानमंत्री मोदी की G7 सम्मेलन में भागीदारी

Updated on 2025-06-07T11:34:00+05:30

प्रधानमंत्री मोदी की G7 सम्मेलन में भागीदारी

प्रधानमंत्री मोदी की G7 सम्मेलन में भागीदारी

प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म “X” पर बताया कि उन्हें कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से निमंत्रण प्राप्त हुआ है और वह इस सम्मेलन में शामिल होंगे ।

यह सभा 15 से 17 जून तक कनाडा के कानानास्किस, अल्बर्टा में आयोजित होगी। यूरोपीय यूनियन और सात प्रमुख आर्थिक शक्तियों — अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, फ्रांस, जर्मनी, इटली और कनाडा — के सन्दर्भ में यह सम्मेलन वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा का प्रमुख मंच है ।

भारत, G7 का सदस्य नहीं है, लेकिन इस सम्मेलन में अतिथि देश के रूप में मंत्रियों तथा राज्यों को निमंत्रित किया जाता रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की भागीदारी इस बात का संकेत है कि वैश्विक नीतिगत चर्चाओं में भारत की उपस्थिति और भूमिका मजबूत हो रही है ।

हालांकि कुछ दिन पहले खबर आई थी कि कनाडा ने अभी तक आधिकारिक निमंत्रण नहीं दिया और तनावों के चलते मोदी की उपस्थिति संदिग्ध थी , लेकिन अब कनाडा की ओर से प्रतीत होता है कि संबंधों में सुधार की दिशा है और प्रधानमंत्री इंडिया की भागीदारी निश्चित हो चुकी है।

G7 मंच पर मोदी की उपस्थिति से वैश्विक नेता और विकसित देश भारत की अर्थनीति, जलवायु परिवर्तन, सार्वजनिक स्वास्थ्य, टेक्नोलॉजी और सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर संवाद करेंगे। इसके अलावा भारत-कनाडा के दीर्घकालिक संबंधों को एक नया अवसर मिलेगा, जो हाल ही में कुछ तनाव के बावजूद रिश्तों को पुनः संतुलन में लाएगा।

मुख्य बिंदु:

  • निमंत्रण: शुक्रवार को मार्क कार्नी ने प्रधानमंत्री मोदी को शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया
  • आयोजन स्थल: कनाडा, कानानास्किस, 15–17 जून 2025
  • विषय: वैश्विक अर्थव्यवस्था, जलवायु, स्वास्थ्य, तकनीक और सुरक्षा
  • महत्व: भारत की वैश्विक मंच पर बढ़ती उपस्थिति, G7 के साथ सहयोग का विस्तार

प्रधानमंत्री मोदी की इस भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत अब विश्व-पटल पर अपना प्रभाव बढ़ाने की दिशा में मजबूत कदम बढ़ा रहा है, और G7 जैसे उच्च स्तरीय मंच पर उसकी आवाज और प्रभाव दोनों को मान्यता मिल रही है।