एसआईए ने 35 साल पुराने सरला भट्ट हत्या मामले में छापेमारी की
एसआईए ने 35 साल पुराने सरला भट्ट हत्या मामले में छापेमारी की
12 अगस्त 2025 को स्पेशल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने सरला भट्ट की हत्या से जुड़े एक लंबे समय से लंबित मामले में छापेमारी की। 1990 में अनंतनाग की नर्स सरला का अपहरण किया गया, उन्हें चार दिनों तक सामूहिक बलात्कार की यातना दी गई और फिर श्रीनगर में बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह एक क्रूर घटना थी जिसने समुदाय को गहराई से हिला दिया।
SIA ने कई स्थानों पर छापे मारे, जिनमें पूर्व जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक का घर और इस उग्रवादी संगठन से जुड़े अन्य लोगों के ठिकाने शामिल थे। यह कार्रवाई इसलिए अहम है क्योंकि जांचकर्ता इस मामले को तीन दशकों से अधिक समय से फिर से खोलने की कोशिश कर रहे हैं।
सरला भट्ट अपनी मधुर मुस्कान और SKIMS में मरीजों के प्रति समर्पण के लिए जानी जाती थीं। कश्मीरी पंडित परिवार में जन्मी सरला को आतंकवादियों ने निशाना बनाया, जिन्हें शक था कि वह पुलिस की मुखबिर हैं। 14 अप्रैल 1990 को उन्हें हॉस्टल से उठा लिया गया और अकल्पनीय हिंसा का शिकार बनाया गया। कुछ दिनों बाद उनका क्षत-विक्षत शव श्रीनगर में मिला, जिसके पास एक संदेश रखा था जिसमें उन्हें पुलिस एजेंट बताया गया था।
दोषियों ने यहीं नहीं रुके, बल्कि उनके अंतिम संस्कार के दौरान शोक संतप्त परिवार पर बम से हमला किया और अनंतनाग में उनका घर जला दिया। इन घटनाओं ने उनके परिवार को भय के कारण अपना घर छोड़ने और पलायन करने पर मजबूर कर दिया। 35 साल बीत जाने के बाद भी भट्ट परिवार का न्याय पाने का संघर्ष जारी है।
SIA की हालिया कार्रवाई ने इस संघर्ष को नई उम्मीद दी है, यह दर्शाते हुए कि दशकों पुराने जख्म भी सच की तलाश में फिर से खोले जा सकते हैं। यह छापा इस बात का संकेत है कि बीते हुए अत्याचारों का सामना करने और न्याय दिलाने के लिए संकल्प अब भी कायम है, चाहे इसमें कितना भी समय लगे।