एयर प्यूरीफायर मिथ्स का सच, जानें क्या है हकीकत
एयर प्यूरीफायर मिथ्स का सच, जानें क्या है हकीकत
उत्तर भारत के कई शहरों में हवा इतनी खराब हो गई है कि सांस लेना मुश्किल हो रहा है. इसी वजह से लोग तेजी से एयर प्यूरीफायर खरीद रहे हैं. इसके साथ कई गलत बातें भी फैल रही हैं, जो सच नहीं हैं. आइए इन्हें आसान भाषा में समझते हैं:
1. एयर प्यूरीफायर ऑन करते ही हवा साफ हो जाती है —गलत
एयर प्यूरीफायर को हवा साफ करने में समय लगता है. इसे चालू करते ही हवा तुरंत साफ नहीं होती।
2. बंद घर में एयर प्यूरीफायर की जरूरत नहीं —गलत
प्रदूषण के कण बहुत छोटे होते हैं और कहीं से भी घर में आ जाते हैं. साफ दिखने वाले कमरे में भी प्रदूषक मौजूद होते हैं।
3. फैन स्पीड बढ़ाने से ज्यादा हवा साफ होती है —गलत
फैन स्पीड बढ़ाने से सिर्फ हवा घूमती है, लेकिन फिल्टर की क्षमता नहीं बढ़ती।
4. एयर प्यूरीफायर वायरस से बचा लेते हैं —गलत
ये हवा में मौजूद धूल और कणों को हटाते हैं, लेकिन वायरस या इंफेक्शन से आपको पूरी तरह सुरक्षित नहीं कर सकते।
5. बड़ी मशीन ही अच्छी होती है —गलत
एयर प्यूरीफायर हमेशा कमरे के साइज के हिसाब से खरीदना चाहिए। बड़े कमरे में बड़ी मशीन और छोटे कमरे में छोटी मशीन ठीक रहती है।
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