Uttarkashi Cloud Burst: धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन का चौथा दिन, अब तक 372 लोग एयरलिफ्ट कर बचाए गए
Updated on 2025-08-08T11:47:21+05:30
Uttarkashi Cloud Burst: धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन का चौथा दिन, अब तक 372 लोग एयरलिफ्ट कर बचाए गए
उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने के बाद भारी तबाही मची है। चारों ओर बर्बादी का मलबा फैला है। इस बीच प्रशासन और राहत एजेंसियां युद्ध स्तर पर बचाव और राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। आज, 8 अगस्त को रेस्क्यू ऑपरेशन का चौथा दिन है। सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बिना रुके दिन-रात काम कर रही हैं।
बादल फटने से मचा हड़कंप, अब तक 5 मौतें
- मंगलवार को बादल फटने से धराली में जो तबाही हुई, उसकी तस्वीरों ने पूरे देश को चौंका दिया। अब तक 5 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 372 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है।
हेलीकॉप्टर से राहत और बचाव का काम
- रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए वायुसेना के चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं। चिनूक के ज़रिए राहत सामग्री भेजी जा रही है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। सेना ने बताया कि 50 से ज्यादा लोग अब भी लापता हैं, हालांकि स्थानीय लोगों के मुताबिक यह संख्या अधिक हो सकती है।
सड़कें अब भी बंद, टीमें रास्ते में फंसी
- धराली त्रासदी को तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक सड़क मार्ग पूरी तरह से बहाल नहीं हो पाया है। जगह-जगह भूस्खलन की वजह से रास्ते बंद हैं और कई राहत टीमें फंसी हुई हैं। सेना और दूसरी एजेंसियां लगातार सड़कों को खोलने का काम कर रही हैं।
एनडीआरएफ ने बताया - बड़ी आपदा
- एनडीआरएफ के डीआईजी गंभीर सिंह चौहान ने बताया कि यह एक बड़ी आपदा है और नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। उत्तरकाशी से जुड़ी कई सड़कें टूट चुकी हैं, लेकिन हमारी टीमें लगातार लोगों को सुरक्षित निकालने में लगी हुई हैं। उत्तरकाशी-हर्षिल मार्ग पूरी तरह बह गया है, जिसे फिर से शुरू करने की कोशिश जारी है।
275 लोगों को हेलीकॉप्टर से भेजा गया
- उत्तरकाशी के डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि हर्षिल, गंगोत्री और झाला से 275 लोगों को मातली हेलीपैड लाया गया, जहां से उन्हें उनके घर भेजा गया। साथ ही, राहत कार्यों को तेज़ करने के लिए जरूरी उपकरण भी हेलीकॉप्टर से धराली पहुंचाए जा रहे हैं।
सीएम धामी की निगरानी
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद बुधवार से उत्तरकाशी में डटे हुए हैं। उन्होंने गुरुवार को पीड़ितों से मुलाकात की और हर संभव मदद का भरोसा दिया। सीएम ने कहा कि हर फंसे हुए व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकालने तक राहत और बचाव कार्य जारी रहेगा।
सेना का बड़ा ऑपरेशन जारी
- सेना ने बताया कि धराली, गंगनानी, भटवाड़ी, लिंचीगाड़ और हर्षिल जैसे इलाकों में सड़क संपर्क टूटा हुआ है। लेकिन सेना की टीमें लगातार लोगों को निकालने, राहत पहुंचाने और सड़कें बहाल करने के काम में जुटी हैं। हर्षिल और नेलोंग में हेलीकॉप्टरों के लिए अस्थायी हेलीपैड बनाए गए हैं।
225 से ज्यादा बचावकर्मी मौके पर
- सेना के मुताबिक, ऑपरेशन में इंजीनियर, डॉक्टर, बचाव विशेषज्ञ और खोजी कुत्तों समेत 225 से ज्यादा लोग लगे हैं। अगले 24 से 48 घंटों के लिए विशेष योजना बनाई गई है, जिसमें चिनूक हेलीकॉप्टरों से अर्धसैनिक बलों और मेडिकल टीमें हर्षिल पहुंचाई जाएंगी।