Bhaum Pradosh Vrat 2025: भौम प्रदोष व्रत क्यों रखते हैं और जुलाई में कब है, जानिए आसान भाषा में सबकुछ
Updated on 2025-07-01T16:37:15+05:30
Bhaum Pradosh Vrat 2025: भौम प्रदोष व्रत क्यों रखते हैं और जुलाई में कब है, जानिए आसान भाषा में सबकुछ
Bhaum Pradosh Vrat 2025: सावन शुरू होने से पहले शिव भक्तों के लिए एक खास मौका आ रहा है – आषाढ़ शुक्ल त्रयोदशी तिथि पर पड़ने वाला भौम प्रदोष व्रत। इस बार यह व्रत मंगलवार, 8 जुलाई 2025 को रखा जाएगा। जब प्रदोष व्रत मंगलवार को आता है, तो इसे भौम या मंगल प्रदोष कहा जाता है।
क्यों किया जाता है भौम प्रदोष व्रत?
- यह व्रत ऋण से छुटकारा, भूमि और संपत्ति से जुड़े विवाद, और शारीरिक ताकत बढ़ाने के लिए किया जाता है।
- इससे आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं और स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें कम होती हैं।
- मंगल ग्रह के अशुभ प्रभावों से बचने में यह व्रत मदद करता है।
- भगवान शिव और मंगल देव की कृपा से साहस, आत्मबल और निर्भयता मिलती है।
पूजा का समय और तिथियां:
- त्रयोदशी तिथि शुरू: 7 जुलाई रात 11:10 बजे
- त्रयोदशी तिथि समाप्त: 9 जुलाई सुबह 12:38 बजे
- पूजा का शुभ मुहूर्त: 8 जुलाई रात 7:23 से 9:24 तक
- व्रत के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें:
- क्रोध न करें, दोपहर में न सोएं।
सात्विक भोजन लें।
पूजा में तुलसी, हल्दी और केतकी के फूल न चढ़ाएं।
व्रत में क्या खाएं, क्या नहीं:
- क्या खाएं: फल, साबूदाना, कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का हलवा, दूध, दही, नारियल पानी।
- क्या न खाएं: प्याज, लहसुन, अनाज और मसालेदार चीजें।
नोट: यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिषीय गणनाओं पर आधारित है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।