करवा चौथ या लक्ष्मी कृपा की शुरुआत ब्रह्म मुहूर्त में
करवा चौथ या लक्ष्मी कृपा की शुरुआत ब्रह्म मुहूर्त में
करवा चौथ 2025 इस बार 10 अक्टूबर, शुक्रवार को मनाया जाएगा। त्योहार की शुरुआत ब्रह्म मुहूर्त में सरगी खाने से मानी जाती है। सरगी, जिसे व्रत शुरू करने से पहले खाया जाता है, दिनभर निर्जला रहने वाली महिलाओं को ऊर्जा देने का काम करता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सही समय पर सरगी खाने से व्रत और भी फलदायक माना जाता है।
इस साल करवा चौथ का चांद रात 8:11 बजे के करीब दिखेगा। व्रतियों को चांद का दर्शन करके ही व्रत खोलना चाहिए। चांद निकलने से पहले महिलाएं भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करके पति की लंबी उम्र और घर में सुख-समृद्धि की प्रार्थना करती हैं।
सरगी में फल, मीठा, परांठा, खजूर और हल्के व्यंजन शामिल किए जाते हैं। यह न केवल व्रत को आसान बनाता है, बल्कि पूरे दिन ऊर्जा बनाए रखने में मदद करता है। पंडितों का कहना है कि ब्रह्म मुहूर्त में खाई गई सरगी और सही समय पर चांद देखने से मां लक्ष्मी की कृपा विशेष रूप से बनी रहती है।
इस करवा चौथ को शुभ और फलदायक बनाने के लिए व्रतियों को सलाह दी जा रही है कि वे स्वास्थ्य का ध्यान रखें, हल्का भोजन करें और चांद के दर्शन तक संयमित रहें। ऐसा करने से यह व्रत न सिर्फ पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत करेगा, बल्कि घर में धन और समृद्धि भी लाएगा।