Choti Diwali 2025: छोटी दिवाली 2025 की तारीख जानें, नरक चतुर्दशी पूजा और महत्व की पूरी जानकारी

Updated on 2025-08-30T16:01:09+05:30

Choti Diwali 2025: छोटी दिवाली 2025 की तारीख जानें, नरक चतुर्दशी पूजा और महत्व की पूरी जानकारी

Choti Diwali 2025: छोटी दिवाली 2025 की तारीख जानें, नरक चतुर्दशी पूजा और महत्व की पूरी जानकारी

हिंदू धर्म में दीपावली का त्योहार पांच दिनों तक मनाया जाता है। इसमें धनतेरस, छोटी दिवाली (नरक चतुर्दशी), दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज शामिल हैं। छोटी दिवाली, दीपावली से एक दिन पहले मनाई जाती है।

इसे नरक चतुर्दशी, नरक चौदस, रूप चौदस और भूत चतुर्दशी भी कहा जाता है। यह कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को पड़ती है और दीपोत्सव का दूसरा दिन होता है।

नरक चतुर्दशी 2025

साल 2025 में नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली रविवार, 19 अक्टूबर को है।

  • तिथि की शुरुआत: 19 अक्टूबर दोपहर 01:51 बजे
  • तिथि समाप्त: 20 अक्टूबर दोपहर 03:44 बजे

इसलिए छोटी दिवाली की पूजा 19 अक्टूबर की रात को ही होगी और अगले दिन 20 अक्टूबर को लक्ष्मी पूजन किया जाएगा।

छोटी दिवाली पर क्या करें

दक्षिण दिशा की ओर दीप जलाएं।

यम देव और पितरों को तिल, गुड़, तेल और मिठाई का भोग लगाएं।

जरूरतमंदों को तेल, दीपक, वस्त्र, अन्न या मिठाई दान करें।

झाड़ू की पूजा करें।

रात को सोने से पहले घर के हर कोने में दीप जलाएं ताकि नकारात्मक ऊर्जा दूर हो।

छोटी दिवाली का महत्व

उत्तर भारत में इस दिन हनुमान जयंती भी मनाई जाती है।

मान्यता है कि इसी दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था।

भारत के अलग-अलग हिस्सों में इसे अलग तरीकों से मनाया जाता है।

क्षेत्रीय मान्यताएं

मान्यता है कि घर के मुख्य द्वार पर चौमुखा दीप जलाने से नर्क से मुक्ति मिलती है।

ग्रामीण इलाकों में इसे फसल उत्सव की तरह मनाया जाता है।

कुछ जगह हनुमान जयंती पर हनुमान जी को चावल, तिल, गुड़, नारियल और घी अर्पित किया जाता है।

पश्चिम बंगाल में इसे भूत चतुर्दशी कहते हैं और मानते हैं कि इस दिन पितरों की आत्मा पृथ्वी पर आती है।

तमिलनाडु में लोग “नोम्बू” व्रत रखते हैं और लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं।