ईद-उल-अधा 2025: दिल्ली–एनसीआर में नमाज़ का समय और पर्व की रूपरेखा
ईद-उल-अधा 2025: दिल्ली–एनसीआर में नमाज़ का समय और पर्व की रूपरेखा
भारत में इस बार ईद-उल-अधा (बकरीद) 7 जून, 2025 को मनाया जा रहा है, जो हिजरी कैलेंडर के अनुसार ज़ुल-हिज्जा महीने की दसवीं तारीख होगी
इस पावन महोत्सव पर सुबह सूर्योदय के लगभग 15-20 मिनट बाद यानी लगभग 6:10 – 6:20 बजे के बीच नमाज़ शुरू होगी, ताकि सभी लोग फज्र की नमाज़ अदा कर सकें और जुहर की अज़ान से पहले सामूहिक इक्वाम हो सके ।
इस वर्ष गर्नेचिन की रिपोर्टों से पता चलता है कि भारत में सांकेतिक समय 7 जून को सुबह 6:15 बजे से लेकर 6:30 बजे तक रहेगा—विशेष रूप से दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम में यह समय लगभग एक जैसा रहेगा। हालांकि, स्थानीय मस्जिदें आमतौर पर आधिकारिक वक्त तय करती हैं—जैसे नवी मदीना मस्जिद, हकीकी मस्जिद, फ़तेहपुरी मस्जिद आदि ।
ईद-उल-अधा का त्योहार पैगंबर इब्राहिम (अलैैहिस्सलाम) के बलिदान के प्रतीक रूप में मनाया जाता है—उनकी कुर्बानी की याद में इस दिन जानवर का बलिदान देकर उसका मांस गरीबों में बांटा जाता है । यह पर्व एकता, विश्वास, करुणा और सामाजिक मेल-जोल का संदेश देता है।
शहरों के अनुमानित नमाज़ timings —
दिल्ली–एनसीआर (Delhi, Noida, Gurugram): 6:10 – 6:20 सुबह
लखनऊ: भी लगभग इसी समय, चंद्र या स्थानीय मस्जिद अलर्ट के अनुसार
अन्य प्रमुख शहरों (मुंबई, बेंगलुरु आदि): सूर्योदय के 15–20 मिनट बाद, मॉजल या ईदगाह से पुष्टि ज़रूरी
ईद-उल-अधा की नमाज़ के साथ साथ लोग अपने घरों को सजाते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, गरीबों में उपहार वितरित करते हैं और "ईद मुबारक" की शुभकामनाएँ देते हैं ।
रैप‑अप पॉइंट्स:
तारीख: 7 जून, 2025
नमाज़ समय: सूर्योदय के 15–20 मिनट बाद (लगभग 6:10–6:20 एएम)
स्थान: दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम समेत पूरे उत्तर भारत
महत्व: बलिदान व इबादत की भावना, समाज में सांझेदारी व परोपकार
होली व रौशनी भरा यह पर्व देश में सौहार्द और भाईचारे का प्रतीक है—ईद-उल-अधा हम सभी को भक्ति, एकता व करुणा का संदेश देता है।