Russia में फिर सुनामी का कहर: 30 July को आया 8.8 तीव्रता का भूकंप, तबाही का डर बढ़ा

Updated on 2025-08-05T16:43:33+05:30

Russia में फिर सुनामी का कहर: 30 July को आया 8.8 तीव्रता का भूकंप, तबाही का डर बढ़ा

Russia में फिर सुनामी का कहर: 30 July को आया 8.8 तीव्रता का भूकंप, तबाही का डर बढ़ा

रूस में एक बार फिर प्रकृति का भयानक रूप देखने को मिला, जब 30 July 2025 की सुबह करीब 11:25 बजे Kamchatka के पास 8.8 तीव्रता का जोरदार भूकंप आया। ये झटका इतना ताक़तवर था कि जापान, अलास्का, हवाई और कैलिफ़ोर्निया तक सुनामी की चेतावनी जारी करनी पड़ी। इससे पहले भी इस इलाके में भूकंपीय हलचलें देखी गई थीं, लेकिन इस बार सबकुछ और गंभीर लग रहा है।

ये भूकंप आया Kuril-Kamchatka सबडक्शन ज़ोन में, जहां दो टेक्टॉनिक प्लेटें आपस में टकराती हैं। इस टकराव की वजह से समुद्र के नीचे ज़ोरदार उथल-पुथल हुई और कई इलाकों में 3 से 5 मीटर तक ऊँची सुनामी लहरें उठीं। रूस के किनारों पर मौजूद मछली पकड़ने वाले बंदरगाह, फिश प्रोसेसिंग यूनिट और कई छोटे जहाज़ पानी में बह गए।

इस भूकंप के बाद जो सबसे चौंकाने वाली चीज़ सामने आई, वो थी रूस के Rybachiy परमाणु पनडुब्बी बेस को नुकसान। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला कि वहाँ का एक फ्लोटिंग पियर टूट गया है, जिससे सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।

भूकंप के कुछ ही दिनों बाद, Kamchatka के कम से कम 6 ज्वालामुखी अचानक सक्रिय हो गए। इनमें Krasheninnikov नाम का ज्वालामुखी भी शामिल है, जो लगभग 600 साल बाद फटा। वैज्ञानिकों का मानना है कि भूकंप ने इन ज्वालामुखियों को भी भीतर से झकझोर दिया है।

अमेरिकी एजेंसी USGS के अनुसार, इस इलाके में अगले कुछ हफ्तों में 7.0 या उससे ज़्यादा तीव्रता वाले झटके आने की 24% संभावना है, जबकि 8.0 या ज़्यादा तीव्रता के भूकंप की भी 2% संभावना जताई गई है। यानी खतरा अभी टला नहीं है।

ये सब एक बड़ा संकेत है कि समुद्र के नीचे चल रही tectonic हलचलों का असर केवल ज़मीन ही नहीं, बल्कि सुरक्षा, पर्यावरण और आम ज़िंदगी पर भी पड़ता है। रूस की इस घटना ने फिर दिखा दिया है कि प्रकृति के सामने किसी की नहीं चलती।