Last Updated Aug - 25 - 2025, 02:48 PM | Source : Fela News
Gold Price: वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, इस साल केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीद घटी है। पहले क्वार्टर में 244 टन खरीदा गया था, जो दूसरे क्वार्टर में घटकर 166
Gold Price This Year: सोना हमेशा निवेशकों के लिए फायदे का सौदा रहा है। टैरिफ और वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच जहां पिछले दो साल में सोना 20% बढ़ा था, वहीं इस साल अब तक इसमें 27% की तेजी आ चुकी है। यानी शेयर और बॉन्ड जैसे दूसरे निवेश विकल्पों को पीछे छोड़ते हुए सोना सबसे बेहतर साबित हुआ है।
शेयर और बॉन्ड क्यों पीछे रहे?
इस साल इक्विटी यानी शेयर बाजार ने केवल 5–10% तक का रिटर्न दिया। भारत में सेंसेक्स और निफ्टी ने करीब 6% रिटर्न दिया है। वहीं, वैश्विक स्तर पर एसएंडपी 500 ने 8%, नैस्डेक ने 10% और डाउ 30 ने 5% का रिटर्न दिया। बॉन्ड बाजार भी कमजोर रहा, जहां औसतन 5–6% से कम का रिटर्न मिला।
पिछले 10 साल का प्रदर्शन
पिछले दस सालों में सोने ने औसतन 11% रिटर्न दिया है। कीमत 1,111 डॉलर प्रति औंस से बढ़कर अब 3,350 डॉलर प्रति औंस हो चुकी है।
सोना महंगा क्यों हुआ?
सोने की कीमत बढ़ने के पीछे कई कारण हैं:
वैश्विक राजनीतिक हालात और युद्ध जैसी स्थिति
केंद्रीय बैंकों की रिकॉर्ड खरीदारी
ट्रंप के समय बढ़े टैरिफ और अमेरिका का कर्ज
निवेशकों में अनिश्चितता का डर
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