Last Updated Nov - 05 - 2025, 12:12 PM | Source : Fela News
CBSE ने 2026 इकोनॉमिक्स बोर्ड परीक्षा के लिए नया सैंपल पेपर जारी किया, छात्रों को पहले से मिला एग्जाम पैटर्न का अंदाजा.
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने कक्षा 12 के छात्रों के लिए इकोनॉमिक्स विषय का पूरा सैंपल पेपर जारी किया है। यह सैंपल पेपर 2026 बोर्ड परीक्षा के लिए तैयार किया गया है। इसी के साथ बोर्ड ने यह भी घोषणा की है कि कक्षा 10 और 12 की परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू होंगी।
यह सैंपल पेपर सिर्फ अंदाज़े के सवालों की लिस्ट नहीं है, बल्कि यह नए परीक्षा पैटर्न, सवालों के प्रकार और मार्किंग स्कीम को समझाने के लिए बनाया गया है। इसमें मुख्य रूप से आर्थिक सुधार, वैश्वीकरण, सतत विकास और क्षेत्रीय आर्थिक समूह जैसे टॉपिक शामिल हैं।
इसका फायदा यह है कि अब छात्रों को परीक्षा के फॉर्मेट की पहले से झलक मिल जाएगी। CBSE ने छात्रों को सलाह दी है कि वे इस सैंपल पेपर को ध्यान से पढ़ें और समझें कि किताब में दिए टॉपिक को सवालों में कैसे बदला गया है। इसमें नई एजुकेशन पॉलिसी (NEP-2020), शिक्षा में निवेश और वैश्विक आर्थिक गठजोड़ जैसे विषयों को भी शामिल किया गया है, जो दिखाता है कि पाठ्यक्रम अब ज्यादा आधुनिक और वैश्विक दृष्टिकोण वाला हो गया है।
CBSE का मकसद है छात्रों को बराबर मौके देना। पहले ही विस्तृत सैंपल पेपर जारी करने से छात्रों को परीक्षा के फॉर्मेट से परिचित होने, डर कम करने और रिवीजन की बेहतर योजना बनाने में मदद मिलेगी।
हालांकि सिर्फ सैंपल पेपर हल करने से बात नहीं बनेगी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि छात्रों को इसके पैटर्न को समझना होगा, कॉन्सेप्ट पर पकड़ बनानी होगी और जवाबों को सोच-समझकर लिखने की प्रैक्टिस करनी चाहिए। इस पेपर में ऐसे सवाल भी हैं, जिनमें केवल याद करने की बजाय कारण बताने या विश्लेषण करने की जरूरत है।
शिक्षकों के लिए भी यह सैंपल पेपर उपयोगी साबित होगा, क्योंकि इससे वे जान पाएंगे कि बोर्ड किस तरह के सवाल और गहराई की उम्मीद करता है, जिससे वे अपनी क्लास और टेस्ट उसी अनुसार प्लान कर सकें।
आगे क्या करें? छात्रों को चाहिए कि सैंपल पेपर डाउनलोड करें, समय सीमा में हल करें, अपनी गलतियां पहचानें और रिवीजन प्लान उसी के हिसाब से बनाएं। परीक्षा करीब है, ऐसे में सैंपल पेपर की प्रैक्टिस और कॉन्सेप्ट रिवीजन को साथ लेकर चलना फायदेमंद रहेगा।
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