Last Updated May - 27 - 2025, 03:19 PM | Source : Fela News
दिल्ली कोर्ट ने यौन उत्पीड़न मामले में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस की क्लोज़र रिपोर्ट स्वीकार की, जिससे उन्हें बड़ी कानूनी राहत मिली।
दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एक नाबालिग महिला पहलवान द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के मामले में दिल्ली पुलिस की क्लोज़र रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है। यह जानकारी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार सामने आई है।
दिल्ली पुलिस ने मामले की जांच के बाद कोर्ट में क्लोज़र रिपोर्ट दाखिल करते हुए केस को रद्द करने की मांग की थी। पुलिस का कहना था कि जांच में बृजभूषण के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिले।
न्यायाधीश के सामने दी गई सहमति
1 अगस्त, 2023 को इन-कैमरा (बंद कमरे में) सुनवाई के दौरान पीड़िता ने अदालत को बताया था कि वह दिल्ली पुलिस की जांच से संतुष्ट है और उसे क्लोज़र रिपोर्ट पर कोई आपत्ति नहीं है।
मामले की पृष्ठभूमि
यह मामला तब सामने आया था जब देश की कई शीर्ष महिला पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इन आरोपों के चलते पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन हुए थे और केंद्र सरकार को भी दबाव का सामना करना पड़ा था।
हालांकि, इस विशेष मामले में, जिसमें पीड़िता उस समय नाबालिग थी, अब कोर्ट ने पुलिस की रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए केस को बंद करने की अनुमति दे दी है।
क्या है अगला कदम?
इस फैसले के बाद बृजभूषण शरण सिंह को एक बड़ी राहत मिली है, हालांकि अन्य मामलों में कानूनी प्रक्रिया अब भी जारी है। महिला पहलवानों और उनके समर्थकों की निगाहें इस पूरे घटनाक्रम पर बनी हुई हैं।
दिल्ली कोर्ट का यह फैसला उन कई कानूनी पड़ावों में से एक है जो देश की खेल जगत में यौन शोषण जैसे संवेदनशील मुद्दों पर एक मिसाल कायम कर सकते हैं। अब देखना होगा कि अन्य लंबित मामलों में क्या रुख अपनाया जाता है और न्याय प्रक्रिया किस दिशा में आगे बढ़ती है।