Last Updated May - 06 - 2025, 10:48 AM | Source : Fela News
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में दिल्ली-एनसीआर की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी डब्ल्यूटीसी ग्रुप की ₹2,348 करोड़ की संपत्तियां अटैच की हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत डब्ल्यूटीसी फरीदाबाद इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड और डब्ल्यूटीसी ग्रुप की अन्य संस्थाओं की ₹2,348 करोड़ की संपत्तियां अटैच की हैं। अटैच की गई संपत्तियों में दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद में स्थित 159 एकड़ जमीन, अनबिके फ्लैट्स, गोवा में आवासीय संपत्तियां और दिल्ली-एनसीआर में वाणिज्यिक परिसर शामिल हैं।
ईडी के अनुसार, यह कार्रवाई डब्ल्यूटीसी ग्रुप और उसके प्रमुख आशीष भल्ला के खिलाफ दर्ज 30 से अधिक एफआईआर के आधार पर की गई है। इन एफआईआर में निवेशकों से धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और साजिश के आरोप शामिल हैं। एजेंसी का दावा है कि भल्ला और उनकी कंपनियों ने 12,000 से अधिक निवेशकों से ₹2,700 करोड़ से अधिक की राशि एकत्र की, लेकिन इस धन का बड़ा हिस्सा रियल एस्टेट विकास के बजाय अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया।
जांच में यह भी सामने आया है कि एक बड़ी राशि सिंगापुर स्थित कंपनियों को भेजी गई, जो भल्ला के करीबी परिजनों के स्वामित्व में हैं। ईडी ने मार्च में आशीष भल्ला को गिरफ्तार किया था और अब इस मामले में आगे की जांच जारी है।
यह कार्रवाई रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के मामलों पर सरकार की सख्त नीति का संकेत देती है।
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