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₹50,000 से कैसे बिगड़ी थी स्थिति? ICICI बैंक ने यू-टर्न लिया!

₹50,000 से कैसे बिगड़ी थी स्थिति? ICICI बैंक ने यू-टर्न लिया!

Last Updated Aug - 14 - 2025, 05:30 PM | Source : Fela News

₹50,000 की लिमिट को लेकर शुरू हुआ विवाद जब गंभीर हुआ, तो ICICI बैंक ने यू-टर्न लिया। ग्राहकों के बढ़ते विरोध के बाद बैंक ने अपना फैसला बदला।
₹50,000 से कैसे बिगड़ी थी स्थिति?
₹50,000 से कैसे बिगड़ी थी स्थिति?

ICICI बैंक ने नए बचत खाते के लिए शहरी क्षेत्रों में मिनिमम एवरेज बैलेंस (MAB) ₹50,000 तय किया था, लेकिन ग्राहक प्रतिक्रियाओं ने बैंक को ३ दिनों में ही नया नियम वापस लेने और इसे ₹15,000 पर लाने का फैसला करा दिया।

पहले क्या हुआ:

1 अगस्त से नए शहरी और मेट्रो बचत खाते खोलने पर ICICI बैंक ने MAB ₹50,000 रखने का निर्देश दिया था — जो पहले ₹10,000 होता था। इससे सेमी-शहरी भी ₹25,000 और ग्रामीण क्षेत्रों में ₹10,000 रखना अनिवार्य था।

ग्राहकों से विपरीत प्रतिक्रिया:

सोशल मीडिया और जनता की तीव्र प्रतिक्रिया के बाद बैंक ने मात्र ३ दिनों में यू-टर्न लेते हुए इस MAB को घटाकर ₹15,000 कर दिया। इसके अलावा सेमी-शहरी में ₹7,500 और ग्रामीण क्षेत्रों में ₹2,500 निर्धारित किया गया।

बैंक का बयान:

बैंक ने कहा, “ग्राहकों से मिलने वाले मूल्यवान सुझावों के आधार पर हमने MAB की दरों में संशोधन किया है, ताकि यह उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप हो।”

बचत खाते पर असर:

  • यह नया नियम केवल नए खाते खोलने वालों पर लागू होगा। 31 जुलाई से पहले खुले खातों पर पुराने ₹10,000, ₹5,000 या ₹2,000 के मानक लागू रहेंगे।
  • ICICI बैंक की इस नीति में तेज बदलाव ने स्पष्ट किया कि ग्राहकों की प्रतिक्रिया और बैंक की संवेदनशीलता कितना महत्वपूर्ण है।

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