Last Updated Sep - 04 - 2025, 01:52 PM | Source : Fela News
चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर के लिए सबसे अहम सवाल यह है कि वे अपनी जन्मभूमि से चुनाव लड़ेंगे या कर्मभूमि से। सही सीट तय होना बाकी है।
बिहार की सियासत में बड़ा सवाल यह है कि जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर अपनी पहली चुनावी पारी किस सीट से शुरू करेंगे। चर्चाओं में दो नाम सबसे आगे हैं – करगहर और राघोपुर।
करगहर, जो उनकी जन्मभूमि रोहतास जिले में है, उन्हें जड़ों से जोड़ता है और यहां का समीकरण उनके पक्ष में जा सकता है। वहीं राघोपुर, लालू परिवार का गढ़ माना जाता है। अगर प्रशांत किशोर यहां से उतरते हैं, तो यह सीधी चुनौती तेजस्वी यादव को होगी।
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि करगहर से चुनाव लड़ना सुरक्षित दांव होगा, क्योंकि यह उनकी पहचान और स्थानीय जुड़ाव को मजबूत करेगा। लेकिन अगर वे राघोपुर चुनते हैं, तो यह बड़ा राजनीतिक संदेश होगा कि वे बिहार की मुख्य धारा की राजनीति से सीधी टक्कर लेने आए हैं।
फिलहाल, प्रशांत किशोर ने संकेत तो दिए हैं, लेकिन अंतिम फैसला आने वाले दिनों में साफ होगा। सभी की नजर इस बात पर टिकी है कि वे जन्मभूमि चुनते हैं या कर्मभूमि।