Last Updated Dec - 13 - 2025, 04:04 PM | Source : Fela News
केरल निकाय चुनावों में यूडीएफ की बढ़त, एलडीएफ को झटका, तिरुवनंतपुरम में बीजेपी पहली बार मेयर पद के करीब।
केरल के स्थानीय निकाय चुनाव नतीजों ने राज्य की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। मतगणना के रुझानों और नतीजों में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ का दबदबा साफ दिख रहा है, जबकि सत्ताधारी वाम मोर्चा एलडीएफ को इस बार झटका लगा है। सबसे ज्यादा चर्चा तिरुवनंतपुरम को लेकर है, जहां बीजेपी मेयर बनाने की स्थिति में नजर आ रही है।
राज्य भर में ग्राम पंचायतों, नगरपालिकाओं और नगर निगमों के नतीजों में यूडीएफ ने कई अहम क्षेत्रों में बढ़त बना ली है। कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने शहरी और अर्ध-शहरी इलाकों में अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके उलट एलडीएफ कई परंपरागत मजबूत सीटों पर पिछड़ता हुआ दिख रहा है, जिसे वाम मोर्चे के लिए बड़ा संकेत माना जा रहा है।
तिरुवनंतपुरम नगर निगम के नतीजों ने सबका ध्यान खींचा है। यहां बीजेपी ने अप्रत्याशित बढ़त बनाते हुए खुद को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में स्थापित किया है। अगर अंतिम आंकड़े भी यही रुख दिखाते हैं, तो राज्य की राजधानी में पहली बार बीजेपी का मेयर बनना लगभग तय माना जा रहा है। यह बीजेपी के लिए केरल में बड़ी राजनीतिक उपलब्धि होगी।
चुनाव नतीजों को 2026 के विधानसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। यूडीएफ की मजबूती कांग्रेस के लिए संजीवनी मानी जा रही है, जबकि एलडीएफ के लिए यह आत्ममंथन का समय बताया जा रहा है। वहीं बीजेपी इन नतीजों को केरल में अपनी बढ़ती स्वीकार्यता के संकेत के तौर पर पेश कर रही है।
कुल मिलाकर केरल निकाय चुनावों ने यह साफ कर दिया है कि राज्य की राजनीति अब पुराने ढर्रे पर नहीं चल रही। मतदाताओं का रुख बदल रहा है और शहरी इलाकों में मुकाबला और ज्यादा दिलचस्प होता जा रहा है। आने वाले दिनों में इन नतीजों का असर राज्य की बड़ी राजनीति पर भी साफ नजर आएगा।