Last Updated Aug - 26 - 2025, 04:14 PM | Source : Fela News
आज की जनरेशन Gen Z अपने अलग स्टाइल के लिए जानी जाती है। काम करने का तरीका भी अलग है, ये ज्यादा कंट्रोल पसंद नहीं करते। आइए जानते हैं विस्तार से।
आज का कामकाज का माहौल बहुत तेज़ है और Gen Z (नई पीढ़ी) के लिए काम करने का तरीका पहले से अलग है। हाल ही में KPMG की एक स्टडी में सामने आया कि Gen Z के लिए वर्क-लाइफ बैलेंस सैलरी से भी ज्यादा ज़रूरी है। आइए जानते हैं क्या निकला इस स्टडी में।
KPMG की स्टडी
KPMG के 2025 Intern Pulse Survey में 1,117 अमेरिकी इंटर्न्स से बात की गई। नतीजे में पता चला कि Gen Z के लिए सबसे अहम चीज़ है काम और निजी जीवन का संतुलन। लगभग 47% इंटर्न्स ने कहा कि वे पारंपरिक 9-5 जॉब सिस्टम को बदलना चाहते हैं। इसके बाद ही सैलरी आती है। यानी इस पीढ़ी के लिए मेंटल हेल्थ और समय की कीमत सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
मेंटल हेल्थ की अहमियत
Deloitte की एक रिपोर्ट बताती है कि करीब 46% Gen Z कर्मचारी ज्यादातर समय तनाव और चिंता महसूस करते हैं। इसलिए वे ऐसी नौकरी और कंपनी पसंद करते हैं, जो उनकी मेंटल हेल्थ और आराम को महत्व देती हो।
तकनीक और सीखने का तरीका
Gen Z तकनीक में काफी आगे है, लेकिन वे सिर्फ AI या ऑनलाइन ट्रेनिंग से संतुष्ट नहीं होते। इन्हें रियल एक्सपीरियंस और डायरेक्ट गाइडेंस ज्यादा पसंद है। यानी असली बातचीत और अनुभव से सीखना इन्हें बेहतर लगता है।
लचीलापन और संतुलन की चाहत
Gen Z मानती है कि वर्क-लाइफ बैलेंस सिर्फ मानसिक शांति के लिए ही नहीं, बल्कि बेहतर प्रोडक्टिविटी के लिए भी जरूरी है। ये चाहते हैं कि कंपनियां उनके निजी समय का सम्मान करें और फ्लेक्सिबल काम का विकल्प दें।
निष्कर्ष
सीधे शब्दों में कहा जाए तो, Gen Z की प्राथमिकताएं पुरानी पीढ़ियों से अलग हैं। ये लोग सैलरी से ज्यादा मेंटल हेल्थ, लचीलापन और निजी समय को महत्व देते हैं। इसलिए कंपनियों को अपनी नीतियां बदलनी होंगी ताकि यह नई पीढ़ी खुश रहकर बेहतर काम कर सके।
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