Last Updated May - 29 - 2025, 04:41 PM | Source : Fela News
Vat purnima Vrat 2025: वट सावित्री अमावस्या के बाद वट पूर्णिमा का व्रत भी बहुत खास माना जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्य की
Vat purnima Vrat 2025: वट पूर्णिमा व्रत साल में दो बार आता है – एक ज्येष्ठ अमावस्या को और दूसरा ज्येष्ठ पूर्णिमा को। इसलिए ज्येष्ठ पूर्णिमा को वट पूर्णिमा व्रत कहा जाता है। यह दिन सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत खास माना जाता है।
वट पूर्णिमा 2025 की तारीख और मुहूर्त:
इस बार वट पूर्णिमा का व्रत 10 जून 2025 को रखा जाएगा। स्नान-दान का शुभ समय 11 जून को होगा। व्रत सूर्योदय से चंद्रोदय तक किया जाता है। इस दिन चंद्रमा की भी पूजा होती है।
महत्व:
वट पूर्णिमा खासकर महाराष्ट्र, उत्तराखंड, गुजरात और गोवा में मनाई जाती है। महिलाएं वट (बरगद) वृक्ष की पूजा करती हैं और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं।
क्या करती हैं महिलाएं:
धार्मिक मान्यता के अनुसार, सावित्री ने वट वृक्ष के नीचे यमराज से अपने पति सत्यवान का जीवन वापस पाया था। उसी परंपरा में महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करती हैं, 7 बार परिक्रमा कर पेड़ पर कच्चा सूत लपेटती हैं, और सुहाग की चीजें दान करती हैं ताकि उन्हें अखंड सौभाग्य और सात जन्मों तक वैवाहिक सुख मिले।