Last Updated May - 03 - 2025, 12:02 PM | Source : Fela New s
गुरु ग्रह 2025 में तीन बार अतिचारी चाल चलेगा, जिससे राशियों और वैश्विक स्तर पर बड़े बदलाव हो सकते हैं. यह ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है।
गुरु ग्रह का अतिचारी गोचर 2025 में न सिर्फ आपकी कुंडली, बल्कि वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकता है। अगर सही समय पर उपाय और ज्योतिषीय सलाह ली जाए तो इन प्रभावों को नियंत्रित किया जा सकता है। जब गुरु अतिचारी होते हैं, तो इसका क्या असर पड़ता है, आइए कुछ ऐतिहासिक उदाहरणों से समझते हैं।
गुरु की अतिचारी चाल
वैदिक ज्योतिष में अतिचारी चाल का मतलब है तेज़ गति से चलना। इसका मतलब यह है कि गुरु जिस राशि में होते हैं, वहां सामान्य गति से नहीं बल्कि तेजी से गोचर करते हैं।
आमतौर पर गुरु एक राशि में 12-13 महीने रहते हैं, लेकिन जब वह अतिचारी होते हैं, तो वे जल्दी राशि बदलते हैं और इससे जीवन के विभिन्न क्षेत्रों जैसे करियर, परिवार, प्यार, तरक्की आदि पर प्रभाव पड़ता है।
गुरु ग्रह को ज्ञान, करियर, शिक्षा, भाग्य, धर्म, संतान, धन और वैवाहिक जीवन से जोड़ा जाता है। जब गुरु अतिचारी होते हैं, तो इन क्षेत्रों पर उनका प्रभाव जल्दी दिखता है।
गुरु 2025 में तीन बार बदलेंगे चाल
गुरु ग्रह 14 मई 2025 को मिथुन राशि में अतिचारी चाल से गोचर करेंगे, फिर 11 नवंबर को वक्री चाल चलते हुए, 5 दिसंबर को फिर से मिथुन राशि में गोचर करेंगे। गुरु अतिचारी चाल में तीन गुना तेज़ी से चलते हैं और बहुत कम समय में राशि बदलते हैं। इस प्रभाव से मेष, सिंह, कन्या, तुला, कुंभ और मीन राशियों के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव हो सकते हैं।
गुरु की अतिचारी चाल से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाएं