Last Updated Jul - 05 - 2025, 04:35 PM | Source : Fela News
आर्थिक संकट और राजनीतिक अस्थिरता के चलते माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान में 25 साल पुराना ऑपरेशन बंद किया। विदेशी निवेशकों का भरोसा डगमगाया, डिजिटल प्रगति और अर्थव्य
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और राजनीतिक हालात लगातार बदतर होते जा रहे हैं। इसी बीच टेक्नोलॉजी की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान में अपना 25 साल पुराना कामकाज पूरी तरह से बंद करने का फैसला लिया है।
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में जारी आर्थिक संकट, विदेशी निवेश में गिरावट और राजनीतिक अस्थिरता के चलते माइक्रोसॉफ्ट ने यह बड़ा कदम उठाया है। कंपनी का कहना है कि मौजूदा हालात में पाकिस्तान में कारोबार जारी रखना बेहद मुश्किल हो गया है।
माइक्रोसॉफ्ट ने 1999 में पाकिस्तान में अपना कारोबार शुरू किया था। कंपनी ने यहां कई टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट्स और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन से जुड़े कामों में सहयोग दिया। लेकिन पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान की आर्थिक हालत लगातार गिरती चली गई। डॉलर की किल्लत, महंगाई और राजनीतिक उठापटक ने विदेशी कंपनियों का भरोसा कमजोर कर दिया।
पाकिस्तान में IMF के बेलआउट पैकेज के बावजूद आर्थिक हालात स्थिर नहीं हो सके। इस बीच विदेशी कंपनियां एक-एक कर पाकिस्तान से अपने पैर खींच रही हैं। माइक्रोसॉफ्ट का यह फैसला पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। इससे जहां देश की डिजिटल प्रगति पर असर पड़ेगा वहीं विदेशी निवेश पर भी विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट का यह कदम पाकिस्तान में मौजूदा अस्थिरता और आर्थिक अव्यवस्था की गंभीरता को दर्शाता है, जो भविष्य में और ज्यादा संकट की ओर इशारा कर रहा है।