Last Updated Dec - 12 - 2025, 05:03 PM | Source : Fela New s
अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ते तनाव के बीच रूस ने अचानक दखल देकर माहौल को और गरम कर दिया है। ट्रंप जहां कड़े कदमों की तैयारी में लगे थे, वहीं पुतिन ने सीधे व
अमेरिका और वेनेजुएला के रिश्तों में खिंचाव लंबे समय से जारी है, लेकिन हाल के दिनों में हालात और बिगड़ते दिखे। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन मादुरो सरकार पर लगातार दबाव बढ़ा रहा है, जिसके चलते दोनों देशों के बीच टकराव की स्थिति बनती दिख रही है। इसी बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मादुरो को फोन कर समर्थन का भरोसा दिलाया, जिससे अंतरराष्ट्रीय राजनीति में नई हलचल शुरू हो गई है।
पुतिन ने बातचीत में साफ संकेत दिया कि रूस वेनेजुएला के साथ खड़ा रहेगा। रूस को हमेशा से दक्षिण अमेरिकी देशों में अपना प्रभाव बढ़ाने का मौका तलाशता देखा गया है, इसलिए मादुरो सरकार को खुला समर्थन देना अमेरिका के लिए सीधी चुनौती माना जा रहा है। यह कदम ऐसे समय आया है जब ट्रंप सरकार वेनेजुएला के खिलाफ कड़े प्रतिबंध और संभावित कार्रवाई की रणनीतियां तैयार कर रही थी।
वेनेजुएला पहले ही आर्थिक संकट और सत्ता संघर्ष से जूझ रहा है। ऐसे में रूस का समर्थन मादुरो के लिए ताकत बढ़ाने वाला कदम माना जा रहा है। दूसरी तरफ, अमेरिका को लगता है कि रूस इस क्षेत्र में उसके प्रभाव को कम करने की कोशिश कर रहा है। यह टकराव अब सिर्फ दो देशों का मामला नहीं रह गया, बल्कि वैश्विक शक्ति संतुलन का हिस्सा बन चुका है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पुतिन का यह फोन कॉल अमेरिका और रूस के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है। आने वाले दिनों में यह साफ होगा कि ट्रंप प्रशासन इस नए घटनाक्रम पर कैसी प्रतिक्रिया देता है। लेकिन इतना तय है कि रूस के इस कदम ने वेनेजुएला संकट को एक नए मोड़ पर ला दिया है और अंतरराष्ट्रीय राजनीति में एक बार फिर बड़ी हलचल पैदा कर दी है।