Last Updated Aug - 15 - 2025, 11:43 AM | Source : Fela News
Indian Economy: जैसे-जैसे लोगों की आमदनी बढ़ी, वैसे-वैसे महंगाई भी बढ़ी। पहले 1 रुपये में हफ्ता निकल जाता था, अब 1000 रुपये भी कम पड़ते हैं।
Indian Economy: 15 अगस्त 1947 को आजाद होने के बाद भारत आज दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और इसकी नॉमिनल जीडीपी 4 ट्रिलियन डॉलर से ऊपर पहुंच गई है। लेकिन इन सालों में चीजों के दाम में बड़ा बदलाव आया है। 1947 में आना, पाइस और पाई जैसे सिक्के चलन में थे, जो अब इस्तेमाल नहीं होते। 2025 तक सिर्फ 50 पैसे का सिक्का कुछ शर्तों के साथ वैध रहा।
पहले 1 रुपये में हफ्ता चलता था
आज 1 रुपये में मुश्किल से कुछ खरीदा जा सकता है, लेकिन 1947 में लोग 1 रुपये में हफ्ते का खर्च चला लेते थे। तब 12 पैसे में एक किलो दाल, 2.5 रुपये में एक किलो घी, 40 पैसे में एक किलो चीनी, 25 पैसे में एक किलो आलू और 1 रुपये में कई किलो गेहूं मिल जाता था। जैसे-जैसे आमदनी बढ़ी, वैसे-वैसे महंगाई भी बढ़ी।
सोना 100 रुपये से भी कम
1947 में 10 ग्राम सोने की कीमत करीब 88 रुपये थी, जो अब 1 लाख रुपये से ज्यादा है। आजादी के बाद सोने के आयात में कमी, 1990 के दशक की आर्थिक नीतियां, महंगाई, डिमांड में बदलाव, भू-राजनीतिक तनाव और मुद्रा मूल्यों में उतार-चढ़ाव ने सोने की कीमतों को प्रभावित किया।
फ्लाइट किराया भी बेहद कम
उस समय पेट्रोल सिर्फ 27 पैसे प्रति लीटर और दिल्ली से मुंबई की फ्लाइट का किराया करीब 140 रुपये था। तब एयर इंडिया ही अकेली एयरलाइन थी, जो एक ही रूट पर उड़ान भरती थी। इन 79 सालों में कीमतें और हालात पूरी तरह बदल गए हैं।