Last Updated Oct - 22 - 2025, 11:26 AM | Source : Fela News
रुपये की कीमत गिरने से रोकने के लिए आरबीआई ने अगस्त में 7.7 अरब डॉलर बेचे ताकि डॉलर के मुकाबले रुपये को स्थिर रखा जा सके.
RBI on Indian Rupee: पिछले कुछ महीनों में रुपये की कीमत अमेरिकी डॉलर के मुकाबले काफी गिरी और कई बार यह रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई. रुपये में गिरावट से अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ सकता था, इसलिए आरबीआई ने स्थिति संभालने के लिए कदम उठाए.
आरबीआई ने क्या किया?
रुपये को स्थिर रखने और डॉलर के मुकाबले उसकी गिरावट रोकने के लिए आरबीआई ने अगस्त में 7.7 अरब डॉलर बेचे. आरबीआई के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त में की गई यह डॉलर बिक्री जुलाई की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक थी. जुलाई और अगस्त में आरबीआई ने डॉलर नहीं खरीदे, सिर्फ बेचे.
आरबीआई का कहना है कि वह रुपये की कीमत एक तय स्तर पर रखने की कोशिश नहीं करता, लेकिन जब बाजार में ज्यादा उथल-पुथल होती है, तब स्थिरता लाने के लिए दखल देता है. अगस्त में डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में तेज गिरावट देखी गई थी.
सितंबर में भी रुपये में गिरावट जारी
सितंबर में वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं, बढ़ते व्यापार तनाव और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण रुपये में गिरावट जारी रही. हालांकि 20 अक्टूबर को विदेशी निवेशकों की खरीदारी और कच्चे तेल की कीमत कम होने से रुपये में 9 पैसे की हल्की बढ़त दर्ज की गई और यह 87.93 पर बंद हुआ. दिन के दौरान रुपया 87.74 से 87.94 के बीच कारोबार करता रहा. शुक्रवार को यह 88.02 पर बंद हुआ था. इस बीच, डॉलर सूचकांक हल्का बढ़कर 98.53 पर पहुंच गया और ब्रेंट क्रूड तेल की कीमत करीब 0.36% गिरकर 61.07 डॉलर प्रति बैरल हो गई.