Last Updated Dec - 20 - 2025, 01:24 PM | Source : Fela News
शरीर की कई बीमारियों के शुरुआती संकेत आंखों में दिखने लगते हैं। डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल भी ऐसी ही समस्याएं हैं, जिनका असर बिना किसी टेस्ट के आंखों के जरिए स
डॉक्टरों के मुताबिक आंखें सिर्फ देखने का माध्यम नहीं हैं, बल्कि शरीर के अंदर चल रही गड़बड़ियों का संकेत भी देती हैं। डायबिटीज होने पर आंखों की रोशनी धुंधली होने लगती है। अचानक साफ दिखना कम होना, बार-बार चश्मे का नंबर बदलना या आंखों में जलन महसूस होना शुगर बढ़ने के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। लंबे समय तक शुगर कंट्रोल में न रहे तो रेटिना को नुकसान पहुंचने का खतरा भी बढ़ जाता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल का असर भी आंखों में नजर आ सकता है। आंखों के आसपास या पलकों पर पीले रंग की छोटी गांठें दिखना कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का संकेत माना जाता है। इसे मेडिकल भाषा में जैंथेलाज्मा कहा जाता है। इसके अलावा आंखों की पुतली के चारों ओर सफेद या हल्का ग्रे रंग का घेरा दिखना भी शरीर में खराब फैट जमा होने की ओर इशारा करता है।
कई बार आंखों में बार-बार सूखापन, भारीपन या थकान महसूस होना भी इन बीमारियों से जुड़ा हो सकता है। लोग अक्सर इन्हें मामूली समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि यही शुरुआती चेतावनी होती है। समय रहते इन संकेतों को समझ लिया जाए तो बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आंखों में ऐसे बदलाव लगातार बने रहें तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। आंखों के संकेत सिर्फ अंदाजा देते हैं, पक्की पुष्टि के लिए ब्लड टेस्ट जरूरी होता है। लेकिन इन लक्षणों को पहचानकर समय पर जांच कराना सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
आंखों पर ध्यान देना सिर्फ नजर के लिए नहीं, बल्कि पूरे शरीर की सेहत के लिए जरूरी है। छोटी-सी लापरवाही आगे चलकर बड़ी बीमारी की वजह बन सकती है।