Last Updated Dec - 11 - 2025, 05:36 PM | Source : Fela News
लोकसभा में ई-सिगरेट को लेकर उठे विवाद के बीच यह जानना जरूरी है कि असल में ई-सिगरेट क्या होती है और यह आम सिगरेट से स्वस्थ्य के लिहाज से कैसे अलग या समान है। हाल
ई-सिगरेट एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिसमें बैटरी, हीटर और एक लिक्विड कार्ट्रिज होता है। जब यूजर इसे इस्तेमाल करता है, तो यह लिक्विड को गर्म कर भाप (एरोसोल) बनाता है जिसे होता इनहाल किया जाता है। यह भाप निकोटीन, फ्लेवर्स, और कई अन्य केमिकल्स से भरी होती है।
आम सिगरेट से क्या फर्क है
सिगरेट में तंबाकू को जलाया जाता है, जिससे धुआँ निकलता है जो कई हज़ार हानिकारक रसायनों के साथ फेफड़ों में जाता है।
ई-सिगरेट में तम्बाकू जलता नहीं है, लेकिन लिक्विड में मौजूद निकोटीन वही एडिक्टिव तत्व होता है जो धूम्रपान की लत बनाता है।
सेहत के नुकसान
ई-सिगरेट को अक्सर “कम हानिकारक” माना जाता है, लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो:
• इनमें निकोटीन बहुत तेज़ी से लत लगाता है और यह दिल तथा दिमाग पर नकारात्मक असर डाल सकता है। खासकर किशोरों और गर्भवती महिलाओं के लिए जोखिम ज्यादा है।
• भाप में कैंसर-जनक रसायन, हैवी मेटल (जैसे लेड), और वोलैटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड्स पाए जा सकते हैं जो फेफड़ों और हृदय को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
• कुछ फ्लेवर्स और कैमिकल्स फेफड़ों में इरिटेशन, संक्रमण और लम्बे समय में गंभीर अस्पतालिक स्थितियाँ पैदा कर सकते हैं।
• ई-सिगरेट के लिक्विड में लिखे घटक हमेशा सुरक्षित नहीं होते, और कई बार मार्केट पर मौजूद उत्पादों में ऑडिटेड जानकारी भी नहीं मिलती।
आम सिगरेट से तुलना
आम सिगरेट में तंबाकू जलने पर निकले धुएँ में करीब 7,000 से अधिक रसायन होते हैं, जिनमें से कई सिद्ध रूप से कार्सिनोजेनिक (कैंसर पैदा करने वाले) हैं। इससे फेफड़े, हृदय और कई ऑर्गन सिस्टम पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।
ई-सिगरेट में कुछ हानिकारक तत्व कम मात्रा में होते हैं, इसलिए कुछ विशेषज्ञ इसे “कुछ हद तक कम खतरनाक” मानते हैं—लेकिन इसका मतलब यह सुरक्षित है, ऐसा कतई नहीं है। अगर कोई व्यक्ति दोनों का उपयोग एक साथ करता है, तो नतीजा स्वास्थ्य पर और भी गंभीर हो सकता है।
ई-सिगरेट धूम्रपान का आधुनिक रूप मान लिया जाता है, लेकिन वह स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित नहीं है। निकोटीन के अलावा अन्य रसायन भी फेफड़ों, हृदय और दिमाग पर असर डालते हैं। हालांकि आम सिगरेट की तुलना में कुछ अलग जोखिम प्रोफाइल होती है, दोनों के उपयोग से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं।