Last Updated Aug - 25 - 2025, 02:43 PM | Source : Fela News
नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि जलवायु परिवर्तन के कारण इंद्रधनुष देखने की संभावना बढ़ सकती है। मौसम में बदलाव और वर्षा पैटर्न इस प्राकृतिक दृश्य को और सामान्य बन
इंद्रधनुष को हमेशा उम्मीद और खूबसूरती का प्रतीक माना गया है, और अब वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के चलते भविष्य में इसे और ज्यादा बार देखा जा सकता है।
ग्लोबल एनवायरनमेंटल चेंज में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, बारिश और बादलों के पैटर्न में हो रहे बदलाव इंद्रधनुष की संख्या और जगह को प्रभावित कर सकते हैं। वैज्ञानिकों ने दुनिया भर से लोगों द्वारा भेजी गई इंद्रधनुष की तस्वीरों का डेटाबेस तैयार किया और एक कंप्यूटर मॉडल से इसका विश्लेषण किया। नतीजों में पाया गया कि आज औसतन किसी भी जगह पर साल में लगभग 117 दिन इंद्रधनुष देखने का मौका मिलता है। साल 2100 तक यह संख्या 4 से 5 फीसदी बढ़ सकती है।
हालांकि यह बढ़ोतरी हर जगह समान नहीं होगी। अनुमान है कि 21 से 34 फीसदी इलाकों में इंद्रधनुष कम दिखेंगे, जबकि 66 से 79 फीसदी जगहों पर इनकी संख्या बढ़ सकती है। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी आर्कटिक और हिमालय जैसे ठंडे और पहाड़ी इलाकों में होगी, जहां आबादी कम है।
यह स्टडी बताती है कि जलवायु परिवर्तन सिर्फ पर्यावरण और अर्थव्यवस्था ही नहीं, बल्कि हमारे छोटे-छोटे अनुभवों जैसे इंद्रधनुष देखने के मौके को भी बदल रहा है।