Last Updated Jun - 16 - 2025, 02:44 PM | Source : Fela News
Netaji Subhash Chandra Bose मेडिकल कॉलेज में बच्चे को जन्म देने के बाद 27 वर्षीय महिला की सांस लेने में तकलीफ होने पर कोविड टेस्ट हुआ और अगले दिन उसकी मृत्यु हो
जबलपुर की यह घटना इस साल की पहली कोविड-19 से हुई मौत के रूप में दर्ज हुई, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था में सतर्कता की आवश्यकता बढ़ गई है ।
नेटाजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में शुक्रवार को करीब देर रात 27 वर्षीय गर्भवती महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। शनिवार को उसकी कोविड-19 जांच में यह बात सामने आई कि वह संक्रमित है। रविवार को स्थिति बिगड़ने पर इलाज के दौरान उसने अंतिम सांस ली
चिकित्सकों के अनुसार महिला को सांस लेने में कठिनाई थी, जिसके चलते भर्ती कर परीक्षण किए गए। परिणाम शुक्रवार रात आने के बाद भी सुधार नहीं हुआ और शनिवार ही उसकी मृत्यु हो गई ।
जबलपुर स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा ने यह जानकारी दी, साथ ही यह भी बताया कि मां की मौत के बावजूद नवजात शिशु स्वस्थ है और उसे विशेष कोविड-19 निगरानी में रखा गया है।
यह घटना मध्य प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के एक बार फिर उभरने की चेतावनी संकेत देती है। राज्य में सक्रिय केसों की संख्या बढ़ रही है—14 जून तक सक्रिय मामलों की कुल संख्या लगभग 120 थी—और मौतों में इजाफा देखी जा रही है । ऐसे में विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने, समय पर परीक्षण कराने और प्राथमिक देखभाल सुविधाओं पर ध्यान देने की सलाह दी है।
जबलपुर में एक प्रसव के तुरन्त बाद कोविड-19 से मां की मौत यह दर्शाती है कि वायरस अभी भी खतरनाक बना हुआ है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि अस्पतालों में संक्रमण नियंत्रण, संगठित जांच और प्रोटोकॉल के अनुपालन में कोई ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए।