Last Updated Dec - 11 - 2025, 01:59 PM | Source : Fela News
Brihaspati Puja: विवाह में रुकावटें आने पर गुरुवार को बृहस्पति पूजा करना शुभ माना जाता है. माना जाता है कि यह पूजा शादी से जुड़ी बाधाओं को दूर करती है और रिश्तो
Brihaspati Puja: ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति ग्रह विवाह, भाग्य और संतान से जुड़ा सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है. जब कुंडली में बृहस्पति कमजोर होता है या गुरु दोष बनता है, तो शादी से जुड़े काम अटकने लगते हैं. कई बार अच्छे रिश्ते मिलने के बाद भी बात आगे नहीं बढ़ती. इसलिए गुरु को मजबूत करना वैवाहिक बाधाओं को दूर करने के लिए जरूरी माना जाता है.
गुरुवार को क्यों करें गुरु की पूजा?
शास्त्रों में बताया गया है कि शादी में रुकावटें दूर करने के लिए गुरुवार की पूजा बेहद प्रभावी होती है. इस दिन सुबह स्नान करके पीले कपड़े पहनें और भगवान विष्णु व मां लक्ष्मी की पूजा करें. पूजा में पीले फूल, केला, हल्दी और एकाक्षी नारियल अर्पित करें. इसके बाद ‘ॐ बृं बृहस्पतये नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करना शुभ माना जाता है.
पूजन विधि
पूजा के बाद केले के पेड़ पर हल्दी मिला जल चढ़ाएं और दीपक जलाएं. तुलसी पर दूध-मिश्रित जल चढ़ाकर घी का दीपक लगाने से भी बृहस्पति और विष्णु की कृपा मिलती है. मान्यता है कि इससे गुरु दोष शांत होता है और शादी में आ रही देरी कम होती है.
व्रत के नियम
गुरुवार के व्रत में एक समय सादा भोजन किया जाता है. भोजन में चने की दाल और गुड़ से बना कोई पीला व्यंजन शामिल करना शुभ माना जाता है. व्रत के दौरान विवाह की मनोकामना मन में शांत भाव से रखें.
गुरुवार क्यों है खास?
ज्योतिष में सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार विवाह के लिए शुभ माने जाते हैं, लेकिन गुरुवार का महत्व सबसे अधिक है क्योंकि यह बृहस्पति से जुड़ा है. इस दिन की पूजा, व्रत और मंत्रजप से विवाह योग मजबूत होता है. माना जाता है कि गुरुवार के उपाय करने से न केवल शादी से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं, बल्कि घर में सुख-समृद्धि और शांति भी बढ़ती है.