Last Updated Sep - 03 - 2025, 03:11 PM | Source : Fela News
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत–पाक युद्धविराम अमेरिका के दबाव पर नहीं, बल्कि पाकिस्तान की गुहार पर हुआ था।
न्यूयॉर्क टाइम्स की ताज़ा रिपोर्ट ने साफ किया है कि भारत–पाकिस्तान युद्धविराम अमेरिका की मध्यस्थता से नहीं, बल्कि पाकिस्तान की अपील पर हुआ था।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत की सर्जिकल और हवाई कार्रवाइयों के बाद पाकिस्तान भारी नुकसान झेल रहा था। ऐसे हालात में इस्लामाबाद ने युद्धविराम की मांग रखी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस समय के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बार-बार की मध्यस्थता की कोशिशों को सख्ती से ठुकरा दिया। भारत ने स्पष्ट कर दिया कि किसी भी बातचीत का रास्ता केवल द्विपक्षीय होगा और ceasefire की पहल पाकिस्तान के DGMO से ही आनी चाहिए।
ट्रंप ने खुद को “शांति दूत” दिखाने के लिए कई नाटक किए—यहां तक कि पाकिस्तान से मिले ‘नोबेल शांति पुरस्कार’ जैसे वादों से प्रभावित होकर मोदी को फोन भी किया, लेकिन भारत ने हर बार मना कर दिया। अंततः पाकिस्तान के भारी नुकसान के बाद ही युद्धविराम हुआ।
यह खुलासा उन विपक्षी आरोपों को भी खामोश करता है, जिनमें कहा गया था कि मोदी सरकार अमेरिका के दबाव में झुकी। अब खुद अमेरिकी अख़बार ने मान लिया है कि युद्धविराम भारत की शर्तों पर हुआ था।