" /> " />
Last Updated Jun - 11 - 2025, 11:25 AM | Source : Fela News
भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिक शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 7 महत्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रयोगों को अंजाम देंगे, जो भारत की तकनीकी क्षमता को नई ऊ
भारत की तरफ से एक और बड़ी उपलब्धि सामने आई है। वैज्ञानिक शुभांशु शुक्ला जल्द ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 7 खास वैज्ञानिक प्रयोग करने जा रहे हैं। ये सभी प्रयोग न सिर्फ अंतरिक्ष विज्ञान की दिशा में भारत की ताकत दिखाएंगे, बल्कि भविष्य की तकनीकों के लिए भी अहम साबित होंगे।
इन प्रयोगों में शामिल हैं:
1. स्पेस बायोमेडिकल रिसर्च – यह प्रयोग माइक्रोग्रैविटी में शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों का अध्ययन करेगा।
2. प्लांट ग्रोथ इन माइक्रोग्रैविटी – अंतरिक्ष में पौधों की वृद्धि की प्रक्रिया को समझने के लिए यह प्रयोग किया जाएगा।
3. स्पेस मैटीरियल साइंस – नई सामग्री की व्यवहारिकता और मजबूती का परीक्षण किया जाएगा।
4. रिमोट सेंसिंग टेक्नोलॉजी – पृथ्वी की निगरानी के लिए सैटेलाइट डाटा का उपयोग कैसे और बेहतर किया जा सकता है, इस पर शोध होगा।
5. मिनी सेटेलाइट संचार तकनीक – छोटे उपग्रहों के जरिए बेहतर और तेज संचार की संभावनाएं तलाशी जाएंगी।
6. एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम – अंतरिक्ष यान में ऊर्जा के कुशल उपयोग पर यह प्रयोग केंद्रित होगा।
7. स्पेस फार्मेसी – दवाओं की प्रभावशीलता को माइक्रोग्रैविटी में परखा जाएगा।
शुभांशु शुक्ला का यह मिशन भारत के युवाओं और वैज्ञानिकों को प्रेरणा देगा। यह पहल 'इंडिया फॉर स्पेस' के तहत हो रही है, जिसमें प्राइवेट और सरकारी संस्थान दोनों मिलकर काम कर रहे हैं।
इन प्रयोगों के नतीजे न केवल अंतरिक्ष अभियानों में मददगार होंगे, बल्कि धरती पर स्वास्थ्य, कृषि और संचार जैसे क्षेत्रों में भी क्रांति ला सकते हैं। भारत के लिए यह एक गौरवपूर्ण कदम है, जो वैश्विक विज्ञान समुदाय में उसकी भूमिका को और मजबूत करेगा।