Last Updated Jun - 24 - 2025, 11:31 AM | Source : Fela News
ईरान द्वारा अमेरिकी बेस पर हमले के बाद खाड़ी देशों ने एहतियातन अपना एयरस्पेस बंद कर दिया। इससे क्षेत्रीय सुरक्षा पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है।
ईरान द्वारा कतर की राजधानी दोहा में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे अल उदैद एयर बेस पर मिसाइल हमला करने के बाद खाड़ी क्षेत्र में तनाव गहरा गया है। हालात को देखते हुए कुवैत, बहरीन, कतर और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने अपने-अपने एयरस्पेस को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है, जिससे क्षेत्रीय हवाई यातायात और सुरक्षा नीतियों में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है।
कुवैत ने सोमवार को ऐलान किया कि वह अगली सूचना तक अपना एयरस्पेस बंद रखेगा। इसी के तहत कुवैत एयरवेज ने भी सभी उड़ानों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। यह फैसला बहरीन द्वारा अपनी हवाई सीमा बंद करने के तुरंत बाद लिया गया।
बहरीन, जो अमेरिकी नौसेना की फिफ्थ फ्लीट का मुख्यालय भी है, ने सुरक्षा कारणों से एयरस्पेस बंद करने को जरूरी बताया। फिफ्थ फ्लीट की जिम्मेदारी खाड़ी, लाल सागर, अरब सागर और हिंद महासागर के कुछ हिस्सों तक फैली है।
कतर ने भी बढ़ते तनाव और सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए अस्थायी रूप से अपना एयरस्पेस बंद कर दिया। इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात ने भी एयर ट्रैफिक कंट्रोल और फ्लाइट पाथ डेटा के आधार पर अपनी हवाई सीमा को बंद कर दिया। यूएई सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि देश क्षेत्रीय स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है और हर स्तर पर स्थिति का आकलन किया जा रहा है।
सोमवार देर रात ईरान ने राज्य टेलीविज़न पर पुष्टि करते हुए कहा कि उसने दोहा स्थित अमेरिकी अल उदैद एयर बेस पर हमला किया है। इसे ईरानी सशस्त्र बलों की ओर से अमेरिका की आक्रामकता के खिलाफ “शक्तिशाली और सफल प्रतिक्रिया” बताया गया।
यह घटनाक्रम क्षेत्र में अमेरिका और ईरान के बीच गहराते टकराव और उसके व्यापक असर को दर्शाता है, जो अब हवाई सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय यातायात पर भी सीधा असर डाल रहा है।