Last Updated Aug - 28 - 2025, 03:20 PM | Source : Fela News
ट्रंप और नवारो के दावे पर भारत ने सख्त प्रतिक्रिया दी। सरकार ने साफ किया कि रूस-यूक्रेन युद्ध से प्रधानमंत्री मोदी का कोई संबंध नहीं है, ऐसे बयान भ्रामक और गलत
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके सहयोगी पीटर नवारो ने हाल ही में रूस-यूक्रेन जंग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जोड़ने की कोशिश की, लेकिन तथ्य साफ बताते हैं कि यह दावा झूठा है।
असलियत यह है कि फरवरी 2022 में रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। उस समय अमेरिका और यूरोप की नीतियों, नाटो के विस्तार और रूस की सुरक्षा चिंताओं को लेकर तनाव अपने चरम पर था। जंग की शुरुआत से लेकर अब तक भारत ने हमेशा युद्ध विराम और शांति वार्ता की वकालत की है। मोदी ने कई मंचों से कहा है कि “यह समय युद्ध का नहीं है।”
भारत ने कभी किसी पक्ष को हथियार नहीं दिए और न ही किसी सैन्य गठबंधन का हिस्सा बना। इसके उलट, भारत ने यूक्रेन को मानवीय सहायता और रूस से ऊर्जा खरीदकर अपनी अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने का संतुलित कदम उठाया।
स्पष्ट है कि इस संघर्ष को मोदी से जोड़ना राजनीतिक प्रचार से ज्यादा कुछ नहीं। जंग की असल जिम्मेदारी रूस-नाटो टकराव और पश्चिमी नीतियों की जटिलताओं पर है, न कि भारत या मोदी पर।